(PMMSY Scheme 2022) प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना| Main points of scheme

 

प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY)

जैसा की आप जानते हैं की किसी भी देश की अर्थवस्था में कृषि का बहुत अहम रोल होता है इस वजह से कोई भी सरकार समयसमय पर कृषि से जुडी हुई योजनाएं शुरू करती रहती है| 10 सितंबर 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिजिटल माध्यम से प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY Scheme 2022) का शुभारंभ किया सरकार द्वारा जल की खेती अर्थात मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना को शुरू किया गया है|


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उठायेंयोजना का लाभ

दोस्तो जैसा की आप सब जानते हैं की जल समदा और मछली पालन को बढ़ावा देने की लिए सरकार द्वारा प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना को शुरू किया गया था इस योजना में सरकार द्वारा मछली पालन के लिए कई सुविधाएं दी जाति है जैसे की सस्ती दर पर बैंक लोन तथा बीमा जैसी सुविधा दी जा रही है  आप ऑनलाइन के मध्यम से भी योजना का लाभ उठा सकते हैं इस लेख से जानकारी प्रापत कर आप योजना का लाभ उठा सकते हैं|

सरकार द्वारा मछली पालन के क्षेत्र में कार्य करनें वाले लोगो को 3 लाख रुपये का ऋण प्रदान किया जा रहा है प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के लिए बजट में 20,050 करोड़ रुपये का फंड बनाया गया है | इस धनराशि का उपयोग इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने के लिए किया जायेगा, जिससे इस क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे |

(PMMSY)योजना के उद्देश्य

केंद्र सरकार द्वारा संचालित पीएमएमएसवाई योजना (PMMSY Scheme) मछली पालन के क्षेत्र में अब तक की चलायी जानें वाली योजनाओं में सबसे बड़ी योजना है। केंद्र सरकार द्वारा इस योजना को शुरू करनें का मुख्य उद्देश्य देश में मछली पालन को बढ़ावा देना है | इसके अंतर्गत मछली की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जायेगा साथ ही मत्स्य पालन करनें वाले लोगो को जिले स्तर पर विभाग द्वारा निशुल्क प्रशिक्षण दिया जायेगा आपको बता दें, कि देश के अधिकांश राज्यों में मछलियों की मांग काफी अधिक है | ऐसे में यदि इस क्षेत्र को और अधिक विकसित करने के साथ ही उन्नत बनाने पर ध्यान दिया जाए, तो इससे रोजगार के अवसरों में काफी वृद्धि होगी | पीएमएमएसवाई योजना का मुख्य उद्देश्य मत्स्य पालन के क्षेत्र को अधिक विकसित करना हैं ।

कार्यान्वयन रणनीति और गतिविधियां

PMMSY को एक छत्र योजना के रूप में लागू किया जाएगा, जिसमें दोनों केंद्र क्षेत्र होंगे घटक और केंद्र प्रायोजित योजना घटक। यह सभी पर ध्यान केंद्रित करेगा विविध हस्तक्षेपों के एक समूह के माध्यम से मत्स्य क्षेत्र का समग्र विकास मत्स्य पालन मूल्य श्रृंखला के साथ उत्पादन से लेकर उपभोग तक। PMMSY प्रभावी रूप से राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों की भूमिकाओं को पूरी तरह से मान्यता देता है कार्यान्वयन और इष्टतम परिणाम। जबकि अधिकांश गतिविधियाँ के तहत कुछ प्रमुख क्षेत्रों में राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों के साथ साझेदारी में योजना लागू की जाएगी राष्ट्रीय महत्व के क्षेत्रों में, संपूर्ण धन केंद्र द्वारा वहन किया जाएगा | यह योजना उत्पादन और उत्पादकता के बीच एक अच्छा संतुलन बनाए रखेगी प्रौद्योगिकी जलसेक, फसल के बाद के बुनियादी ढांचे सहित गतिविधियों सहित मूल्य श्रृंखला का सुदृढ़ीकरण और आधुनिकीकरण और एक मजबूत प्रबंधन और नियामक ढांचा। जबकि मछली उत्पादन और उत्पादकता में वृद्धि जारी है

 

PMMSY के प्रमुख उद्देश्यों में से एक होने के लिए, गुणवत्ता पर जोर दिया जाएगा,मत्स्य पालन क्षेत्र में पकड़ से उपभोक्ता तकस्थिरता, मानक और पता लगाने की क्षमता  फसल के बाद के बुनियादी ढांचे और प्रबंधन, आधुनिकीकरण और सुदृढ़ीकरण मूल्य श्रृंखला, मत्स्य पालन में वृद्धि निर्यात प्रतिस्पर्धात्मकता और एक मजबूत मत्स्य पालन प्रबंधन और नियामक ढांचा।

(PMMSY) योजना के लक्ष्य:

वर्ष 2024-25 तक मत्स्य उत्पादन में अतिरिक्त 70 लाख टन की वृद्धि करना | वर्ष 2024-25 तक मत्स्य निर्यात से होने वाली आय को 1,00,000 करोड़ रुपए तक करना |मछुआरों और मत्स्य किसानों की आय को दोगुनी करना | मत्स्य पालन क्षेत्र और सहायक गतिविधियों में 55 लाख प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोज़गार के अवसर पैदा करना |

(PMMSY) प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना आवश्यक दस्तावेज

1. आधार कार्ड (Aadhar Card)
2. मछली पालन कार्ड
3. निवास प्रमाण पत्र (Domicile Certificate)
4. मोबाइल नंबर (Mobile Number)
5. बैंक खाते का विवरण (Bank Details)
6. आवेदक का जाति प्रमाण पत्र (Cast Certificate)

(PMMSY) योजना हेल्पलाइन नंबर


यदि PMMSY Scheme 2022 से समन्धित किसी भी प्रकार की जानकारी प्राप्त करना चाहते है अथवा आवेदन में आपको किसी प्रकार की समस्या आ रही है
, तो आप  हेल्पलाइन टोल फ्री नंबर 1800-425-1660 पर सम्पर्क कर सकते है |

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