Latest Updates Ayushman Bharat Yojna 2021|प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना 2021 में रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन कैसे करे
Pradhan Mantri Ayushman Bharat Yojana
मोदी सरकार की आयुष्मान भारत योजना (एबीवाई) में समाज के कमजोर वर्ग को लोगों को हेल्थ इंश्योरेंस की सुविधा मिलती है. एबीवाई को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY) भी कहा जाता है. इसके तहत देश के 10 करोड़ परिवारों को सालाना 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा मिल रहा है. क्या है आयुष्मान भारत योजना (एबीवाई) का लक्ष्य? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘प्रधानमंत्री जन आरोग्य‘ योजना (आयुष्मान भारत योजना यानी एबीवाई) की घोषणा की है. इसे पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जयंती पर 25 सितंबर से देशभर में लागू कर दिया गया है. सरकार एबीवाई के माध्यम सेगरीब, उपेक्षित परिवार और शहरी गरीब लोगों के परिवारों को स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराना चाहती हैैै ।
सामाजिक–आर्थिक जाति जनगणना (एसईसीसी) 2011 के हिसाब से ग्रामीण इलाके के 8.03 करोड़ परिवार और शहरी इलाके के 2.33 करोड़ परिवार आयुष्मान भारत योजना (एबीवाई) के दायरे में आयेंगे. इस तरह पीएम जय के दायरे में 50 करोड़ लोग आएंगे.
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत देश के गरीब तथा पिछड़े परिवारों को स्वास्थ्य सम्बन्धी बड़ी समस्याओ को दूर करने के लिए भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जा रहा है प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने 14 अप्रैल 2018 को बाबा भीम राव अम्बेडकर जयंती के दिन छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में की गयी थी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जन्मदिन के दिन 25 सितम्बर 2018 को पूरे देश में लागू कर दी गयी है | PMJAY योजना के अंतर्गत केंद्र सरकार देश के गरीब परिवारों को सालाना 5 लाख रूपये के स्वास्थ्य बीमा की सहायता प्रदान कर रही है |
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आयुष्मान भारत योजना पंजीकरण 2021
इस स्वास्थ्य सेवा योजना के तहत कौन सी चीजें शामिल हैं?
इस योजना का मुख्य उद्देश्य समाज के जरूरतमंद और अल्पसंख्यक वर्ग को उचित स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना है। इस योजना में रु। प्रति परिवार 5 लाख।यह स्वास्थ्य बीमा अस्पताल में भर्ती होने की सभी अतिरिक्त लागतों और नीचे दिए गए घटकों को भी कवर करता है।
- सेवाएं चिकित्सा
- परीक्षण और उपचार
- निवास स्थान खाद्य सेवाएं
- उपचार के बीच उत्पन्न होने वाली जटिलताएं
- अस्पताल में भर्ती होने के बाद का शुल्क
- कोविड 19 उपचार
- पूर्व अस्पताल में भर्ती
- दवाइयाँ नैदानिक और प्रयोगशाला
आरोग्य मंथन 3.0 का उद्घाटन
इसके अलावा इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री द्वारा योजना के लाभार्थियों से बातचीत भी की जाएगी। मनसुख मांडवीया द्वारा एन एच ए की वार्षिक रिपोर्ट 2020-21 का तीसरा संस्करण भी जारी किया जाएगा। इसके अलावा इस योजना के अंतर्गत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों को पुरस्कार भी प्रदान किया जाएगा। मानवीय द्वारा इस अवसर पर हॉस्पिटल हेल्पडेस्क किओस्क, लाभार्थी सुविधा एजेंसी, पीएमजेएवाई कमांड सेंटर और नज यूनिट, पीएमजेएवाई टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म का भी शुभारंभ किया जाएगा। इस पहल से लाभार्थियों तक बेहतर तरीके से स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाई जाएंगी।
इस योजना का लाभ सभी पात्र नागरिकों तक पहुंचाने के लिए आपके द्वार आयुष्मान ड्राइव का भी शुभारंभ किया गया था। इस अभियान के माध्यम से लगभग 3 करोड़ लाभार्थियों का सत्यापन डोर टू डोर कैंपेन के माध्यम से किया गया है। पिछले 3 साल में 16.50 करोड़ लाभार्थियों की पहचान की गई है। उद्घाटन सत्र के बाद यूनिवर्सल हेल्थ केयर कवरेज सुधारो और चुनौतियों पर एक तकनीकी सत्र का भी आयोजन किया जाएगा। तकनीकी सत्र का विषय हेल्थ इंश्योरेंस पेनिट्रेशन टू कवर द मिसिंग मिडिल थ्रू कन्वर्जेंस ऑफ नेशनल स्किल होगा। इस सत्र को 25 सितंबर 2021 को आयोजित किया जाएगा। उसी दिन डिजिटल परिवर्तन के माध्यम से स्वास्थ्य देखभाल नामक एक और सत्र आयोजित किया जाएगा।
आयुष्मान भारत योजना कार्ड ऑनलाइन आवेदन करें
अपना आवेदन पेपरलेस करवाने के लिए आपको ऑनलाइन आवेदन करना होगा। इस ऑनलाइन प्रक्रिया में प्राप्तकर्ता को एक गोल्डन कार्ड मिलेगा जिसमें लाभार्थी की पूरी जानकारी शामिल होगी। इलाज के समय आपको यह कार्ड अपने साथ रखना होगा। इस गोल्डन कार्ड को प्राप्त करने के लिए, आपको नीचे दी गई प्रक्रिया का पालन करना होगा: –
- पहला कदम वेबसाइट mera.pmjay.gov.in/search/login पर जाना है और आपको अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर से लॉग इन करना होगा। pmjay.gov.in लॉगिन
- फिर आपको एक ओटीपी मिलेगा जिसे आपको दिए गए स्थान में दर्ज करना होगा।
- आपको एचएचडी कोड का विकल्प चुनना होगा, फिर आपको प्रतिनिधियों को यह कोड प्रदान करना होगा और बाकी प्रक्रियाउनके द्वारा पूरी की जाएगी।
आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों को निजी एवं पैनल के अस्पतालों में कोविड–19 की मुफ्त जांच एवं इलाज
राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) ने शनिवार को बताया कि आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों के लिए कोरोना वायरस से संक्रमण की जांच निजी प्रयोगशालाओं में और इलाज पैनल के अस्पतालों में मुफ्त होगी।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) ने शनिवार को बताया कि आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों के लिए कोरोना वायरस से संक्रमण की जांच निजी प्रयोगशालाओं में और इलाज पैनल के अस्पतालों में मुफ्त होगी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना को लागू करने की जिम्मेदारी निभा रहे एनएचए ने कहा कि इससे कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई मजबूत होगी। एनएचए ने विज्ञप्ति में कहा कोरोना वायरस संक्रमण की जांच पहले ही सरकारी प्रयोशालाओं में मुफ्त है। अब 50 करोड़ से अधिक नागरिक जो राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत आते हैं निजी प्रयोगशालाओं में कोरोना वायरस संक्रमण की मुफ्त जांच और पैनल के अस्पतालों में मुफ्त इलाज करा सकेंगे।
बयान के मुताबिक आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी–पीएमजेएवाई) से संबद्ध अस्पताल अपने अधिकृत जांच प्रयोगशाला का इस्तेमाल कर सकेंगे या अधिकृत जांच प्रयोगशाला से करा सकेंगे। प्राधिकरण ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण की जांच भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) द्वारा तय दिशानिर्देशों के अनुरूप और उससे मंजूरी प्राप्त या पंजीकृत प्रयोगशाला में ही किया जाना चाहिए। एनएचए ने बताया कि निजी अस्पतालों द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज एबी–पीएमजेएवाई के तहत बीमित होगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा यह अभूतपूर्व संकट हैं और हमें कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में निजी क्षेत्र को अहम साझेदारों और हितधारकों के रूप में सक्रियता से शामिल करना होगा।
उन्होंने कहा आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत जांच और इलाज लाने एवं निजी क्षेत्र के अस्पतालों और प्रयोगशालाओं को शामिल करने से गरीबों पर इस आपदा के असर को कम करने की हमारी क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस फैसले का लक्ष्य जांच और इलाज सुविधाओं का विस्तार करना है।आईसीएमआर द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण की जांच के लिए निजी प्रयोगशालाओं को जारी दिशानिर्देशों के मुताबिक उन्हीं प्रयोगशालाओं में जांच हो सकती है जो नेशनल एक्रिडेशन बोर्ड फॉर टेस्टिंग ऐंड कैलिब्रेशन ऑफ लेबोरट्रीज (एनएबीएल) से इस विषाणु की संबंधित जांच के लिए मान्यता प्राप्त हो।
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